देशनोदय चवलेश्वर
*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव तर्क वाचस्पति108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहा
कौन सा रास्ता है जिस रास्ते पर चलने पर तुम कभी थकते नहीं हो बस उसी रास्ते का ध्यान करते रहो
1.आंखों मे देखकर आनंद-मन किस मे आनंदित होता है मन किन वस्तु को देखकर मन प्रसन्न चित्त रहता है किस को देख कर मन डर जाता है मन में भी डाका डालने में अच्छा लगता है वही आपका भविष्य किसी को देखकर आनंद आए व्यक्ति को देख कर पाने की इच्छा है देखने की इच्छा करती रहें आपकी आंखों की पूरे दिन क्या क्या किया देखकर पूछ ले आपका कौन सी वस्तु देखकर आपको पूरा नोट करना अपने आप को आनंद आए किसी को देखकर आपको डर लग रहा है
2.मनोविज्ञान-तुम नरकों में भी हु अभी मनुष्य में भी मैं हुं स्वर्ग मे भी तुम भी यदि मैं यह अपने आप को साबित कर दिया तो सिर्फ त्रिकालीक सत्ता को स्थापित कर लोगे मनोवैज्ञानिक एक हुए हैं फ्राइड छोटे बालक को एक कमरे में सभी वस्तुएं एक खिलौने के रूप में रखी जो जिन वस्तुओं को देखकर बालक खुश हूं जिनको देखकर एक आंखों में डर पैदा हो उसका उसका भविष्य पहचान सकते हैं यह एक उन्होंने एक बहुत बड़ा मनोविज्ञान किया।
3.भविष्य अपने मन-अतीत को हर व्यक्ति भुलने को तैयार है भविष्य में क्या करूंगा कौन का निर्देशन चलेगा,कौन मेरी मदद करेगा कौन मुझे ऊंचाइयों को छूने में मेरी मदद करेगा यह प्रश्न शाम को सोते समय उठते हैं सुबह होते ही भाव आता है आज क्या होगा किसी ज्योतिष के चक्कर में मत पड़ना अपना भविष्य जानो,अपने मन में जाना,अपने शरीर के रोम रोम पर हमारा भविष्य लिखा है तुम आज क्या क्या घटित होगा यह देख सकते हो
4.किसकी आवाज को तुम दिन भर अपने कानों में गुंजायमान करना चाहते हो बस उसी का नाम लेते रहो जिसे मां अपने बेटे को बहुत चाहती है तो बार-बार उसी का नाम लेती रहती है और बेटा भी बार-बार माँ का नाम लेता रहता हूं
प्रवचन से शिक्षा-हमे जो देखने में आनंद आता है वही हम एक दिन प्राप्त करने वाले हो या बनने वाले हैं।
सकंलन ब्र महावीर 7339918672 परम गुरु भक्त 11जुन2021
नमनकर्ता-अरूण जैन,सलेखचन्द जैन,मनोज जैन,राजीव जैन,अश्विनी जैन मूलनायक श्री 1008 शीतलनाथ भगवान श्री 1008शीतलनाथ दिगम्बर मन्दिर फरर्खानगर जिला गुरूग्राम हरियाणा
पुज्य सुधासागर जी के प्रवचनांश व अमृत सुधावाणी के लिए जुडे
मेरा पेज पसंद करने के लिए विज़िट करें-https://www.facebook.com/106654181235078?referrer=whatsapp
