जैनाचार्य विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनिश्री पदमसागर महाराज एवं विस्वाक्ष सागर महाराज का चातुर्मास कलश स्थापना समारोह रविवार को आयोजित होगा। उक्त कार्यक्रम महावीर भवन में सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू होगा। जैन समाज ने श्रद्धालुओं से कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है। जैन समाज अध्यक्ष संजीव जैन एवं मंत्री कमलेश जैन ने बताया कि अमृत वर्षायोग कलश स्थापना का कार्यक्रम श्रीपार्श्वनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर स्थित महावीर भवन में ब्रह्मचारी मनोज लल्लन भैया के निर्देशन में शुरू होगा। इधर, शनिवार को दिगंबर जैन समाज द्वारा गुरू पूर्णिमा का पर्व मुनिसंघ के सानिध्य में श्रीपार्श्वनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में मनाया गया। कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं ने आचार्यश्री विद्यासागर महाराज की संगीतमय पूजन की। इसके बाद मुनिश्री पदमसागर महाराज ने गुरू का महत्व बताते हुए जैन तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के समय का दृष्टान्त सुनाया। मुनिश्री ने बताया किस तरह समोशरण में गौतम गणधर द्वारा अपने गुरू के सामने मान भंग हुआ और आत्म कल्याण के पथ पर स्वयं को आगे चलकर मुक्ति प्राप्त की। मुनिश्री ने कहा कि गुरू के उपकार को कभी भूलना नहीं चाहिए। गुरू बिना जीवन शून्य होता है। जैन समाज उपाध्यक्ष अनिल बड़कुल ने बताया कि दिगंबर जैन समाज इन दिनों अपने दिगंबर गुरुओं के सानिध्य में श्रीसिद्धचक्र मंडल विधान का आयोजन कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए किया जा रहा है।
कुंभराज में कल होगी कलश स्थापना
उधर, कुंभराज कस्बे में मुनिश्री प्रसाद सागर, उत्तम सागर, शैल सागर एवं पुराण सागर महाराज का चातुर्मास कलश स्थापना का कार्यक्रम 26 जुलाई को होगा। वहीं रविवार को ही पड़ौसी जिले विदिशा के सिरोंज में मुनिश्री अभयसागर महाराज का ससंघ चातुर्मास कलश स्थापना का कार्यक्रम दोपहर 1.30 बजे से स्थानीय नसियाजी में होगा।