प.पू. मुनिश्री विनिश्चल सागर जी महाराज का पावन वर्षायोग चातुर्मास पवई में , सभी एक दूसरे का उपकार अवश्य करें -विनिश्चल सागर जी महाराज

पवई , ( नि.प्र . ) । जैन समाज लगाते है । परन्तु चार पुत्र मिलकर पवई के विशेष आग्रह एवं निवेदन भी माता पिता की सेवा नहीं कर पर परम पूज्य गणाचार्य 108 श्री पाते । हम सभी को संकल्प लेना विराग सागर जी महाराज के परम चाहिए कि अपने माता पिता प्रभावक शिष्य प.पू. श्रमण श्री परिजन , सहित सभी प्राणियों के 108 विनिश्चल सागर जी प्रति उपकार करते रहना चाहिए । महाराज एवं पू . छुल्लक 105 श्री मनुष्य पौधों को पत्थर मारते हैं विभद्र सागर जी महाराज का परन्तु बदले में पौधे फल देते हैं । पावन वर्षा योग 2021 चातुर्मास परस्परो परग्रहो जीवानाम के गुरु पूर्णिमा से पवई मे चल रहा सिद्धांत को मानते हुये सभी प्राणियो है । के प्रति उपकार की भावना रखते प्रत्येक सभी प्राणियों के हुये उपकार करना चाहिये । प्रतिदिन आत्म कल्याण एवं मोक्ष मार्ग को प्रातः जैन मंदिर में अभिषेक पूजन प्रशस्त करने के लिये प्रत्येक रविवार माता पिता के उपकार को कभी नहीं के उपरांत मुनिश्री की पूजन एवं उनके मंगल प्रवचन जैन धर्मशाला पवई मे भूलना एक पिता चार बच्चों का पालन प्रवचन मिल रहे है । सायं को गुरू भक्ति चल रहे हैं । महाराज श्री ने 8 को पोषण एवं शिक्षा अध्ययन स्वयं मजदूरी भजन संध्या में समाज के नव युवक एवं मंगलमयी प्रवचन में बताया कि अपने करके भी सम्मन् बनाने में तन मन धन सभी मातायें बहिने हिस्सा ले रही है ।