● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय●

● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय●

● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय●

Day 23 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 23
ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव
प्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर

एवं छब्भेयमिदं
जीवाजीवप्पभेददो दव्वं।
उत्तं काल-विजुत्तं
णादव्वा पंच अत्थिकाया दु।।23।।

Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें
➡️

द्रव्यसंग्रह की full playlist | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | व्याकरणिक विश्लेषण | व्याख्या | डॉ. पुलक गोयल: https://www.youtube.com/playlist?list=PLb6OtA3xYjEMQJmttw7paUw4yDwtKU7wq

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *