मुनि श्री महित साग़र जी महाराज ने वात्सलय वारिधि वर्धमान सागर महाराज के समक्ष संस्तारारोहण किया
कागदीपुरा
दिन रात मेरे स्वामी यह भावना में भाऊ देहांत के समय तुमको न भूल जाऊ
वात्सल्य वारिधि पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी
संघस्थ दीक्षित शिष्य मुनि श्री महित सागर जी महाराज ने दिनांक 15 मई 2022 को वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी महाराज के समक्ष सभी से क्षमा याचना कर आचार्य श्री एवम समस्त संघ सानिध्य में संस्तरारोहण किया।
एक परिचय महित साग़र जी महाराज का
मुनि श्री महित सागर जी का पूर्व नाम श्री नाना राव साहब है, आपकी मुनि दीक्षा 25 अप्रैल 2018 को श्रवण बेलगोला में पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी के कर कमलों से हुई थी।
संस्तरारोहण का आशय
संस्तर से आशय क्षपक साधु जहाँ
बैठते है, लेटते है उस स्थान का आरोहण करना स्वीकार करना संस्तारारोहण कहलाता है।

आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी महाराज क्षपक मुनि श्री महित सागर जी को संबोधन देते हुए।
तेरी छत्र छाया भगवन मेरे सिर पर होमेरा अंतिम मरण समाधि तेरे दर पर होराजेश पंचोलिया इंदौर वात्सलय वारिधि भक्त परिवार से प्राप्त जानकारी
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमडी