भगवान महावीर के सिद्धांत पूरे विश्व के लिए अनुकरणीय है – आचार्य श्रीवर्धमान सागर जी-

JAIN SANT NEWS श्री महावीर जी

भगवान महावीर के सिद्धांत पूरे विश्व के लिए अनुकरणीय हैआचार्य श्री वर्धमान सागर जीवर्धमान सागर -जी

श्री महावीर जी

किसी भी आयोजन का ध्वजारोहण केवल मात्र कपडे का ध्वज नहीं है अपितु यह उस कार्य के सानन्द सम्पन्न होने का संकल्प का प्रतीक है। ये विचार आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहे। आचार्य श्री ने आगे कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांत आज भी पूरे विश्व में सुख शांति और समृद्धि के लिए अनुकरणीय है। मनुष्यों को अहिंसा का पालन करते हुए धर्म प्रभावना में लगे रहना चाहिए। देव शास्त्र गुरु के प्रति भक्ति हमेशा बनी रहनी चाहिए। इससे पूर्व 24 वर्ष के बाद महावीर जी आये आचार्य वर्धमान सागर महाराज ससंघ का सोमवार को महावीर जी के में भव्य मंगल प्रवेश हुआ जहां क्षेत्र कमेटी, चातुर्मास कमेटी, मस्तकाभिषेक महोत्सव कमेटी एवं हजारों श्रद्धालुओं ने भव्य अगवानी की। इस मौके पर भारत वर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी मुम्बई के अध्यक्ष शिखर चन्द कासलीवाल, भामाशाह अशोक पाटनी सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं
ने आचार्य श्री के दर्शन लाभ एवं आशीर्वाद प्राप्त किया ।

दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में वर्तमान युग को अहिंसा और अपरिग्रह तथा पूरे विश्व को ‘जीओ और जीने दो’ का संदेश देने वाले जैन धर्म के 24 वे तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की भूगर्भ से प्रकटित अतिशय कारी प्रतिमा के 24 वर्षों के पश्चात, 21 वीं सदी के प्रथम महामस्तकाभिषेक महोत्सव एवं देश के सबसे बड़े पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव को सानिध्य प्रदान करने के लिए कर्नाटक के कौथली ग्राम से पद विहार करते हुए 1500 से अधिक किलोमीटर की दूरी तय कर प्रसिद्ध दिगम्बर जैन आचार्य 108 वर्धमान सागर महाराज ससंघ का सोमवार 18 जुलाई को श्री महावीर जी में विशाल जुलूस के साथ भव्य मंगल प्रवेश हुआ ।

जयपुर सहित पूरे देश के हजारों श्रद्धालु इस मौके पर शामिल हुए ।

अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल एवं मानद् मंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी ने बताया कि मंगल प्रवेश जुलूस में शामिल होने के लिए जयपुर की विभिन्न कालोनियों एवं जैन मंदिरों से सोमवार को प्रातः 108 बसों एवं सैकड़ों वाहनों द्वारा बडी संख्या श्रद्धालुगण रवाना होकर श्री महावीर जी पहुचे।
कार्याध्यक्ष विवेक काला एवं संयोजक सुरेश सबलावत के अनुसार
सोमवार को गम्भीर नदी के उस पार शांति वीर नगर से प्रातः 11.15 बजे
बैण्ड बाजों व लवाजमे के साथ आचार्य श्री ससंघ की विशाल शोभायात्रा रवाना हुई जो महावीर जी के मुख्य मंदिर में भगवान महावीर के चरणों में पहुची। मंदिर दर्शन के बाद म्यूजियम के पास बनाये गये विशाल पाण्डाल वर्धमान सभागार में गुरु चरण वंदन अभिनन्दन नमन समारोह का आयोजन किया गया। समाजश्रेष्ठी धर्मेन्द्र सेठी दिल्ली द्वारा ध्वजारोहण किया गया। झण्डा गायन नरेन्द्र जैन एण्ड पार्टी ने गाया।।

धर्म सभा का शुभारंभ श्रीपाल, भाग चन्द चूडीवाल एवं परिवारजनो द्वारा भगवान महावीर के चित्र अनावरण से हुआ। दीप प्रज्जवलन महोत्सव समिति के संयोजक जयपुर के सुरेश सबलावत एवं परिवारजनो द्वारा किया गया। साथ ही पूनम दीदी एवम दीप्ती दीदी ने महावीर मंगलम मंगलाचरण किया

इस मौके पर करौली जिला कलेक्टर अंकित सिंह, पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस एवं एसडीएम अनूप सिंह व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रीफल भेट कर आशीर्वाद प्राप्त किया ।इस मौके पर कमेटी की ओर से सभी का सम्मान किया गया। तत्पश्चात कमेटी पदाधिकारियों द्वारा

भगवान महावीर एवं पूर्व आचार्यों के अर्घ्य चढाये गये। क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल ने स्वागत उदबोधन देते हुए आचार्य श्री के कौथली ग्राम से महावीर जी तक के पद विहार एवं चातुर्मास सहित नवम्बर माह में होने वाले पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं महामस्तकाभिषेक महोत्सव की जानकारी दी। भगवान महामस्तकाभिषेकमहोत्सव समिति के कार्याध्यक्ष विवेक काला ने महोत्सव में होने वाले कलशो की जानकारी दी।पं. हसमुख जैन धरियावद वालों ने नवम्बर माह में 21 वीं सदी के होने वाले भगवान महावीर के प्रथम महामस्तकाभिषेक महोत्सव के महत्व को समझाया।इस मौके पर उन्होंने महामस्तकाभिषेक जन मंगल योजना पर प्रकाश डालते हुए देश के सभी श्रद्धालुओं से इससे जुडने की अपील की। उन्होंने बताया कि जन मंगल योजना के माध्यम से एकत्रित होने वाली राशि का जनता के कल्याण के लिए उपयोग किया जायेगा। इस मौके पर महाराज श्री के पद विहार में सहभागिता निभाने वाले श्रावको का सम्मान किया गया।इस मौके पर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए सौधर्म के रुप में सोभाग मल राजेन्द्र कटारिया, चक्रवर्ती के रूप में आर के मार्बल किशनगढ के सुरेश – शान्ता पाटनी, कुबेर के रूप में अनिल, दीपक सेठी को सौभाग्य मिला।भामाशाह अशोक पाटनी ने अपने उदबोधन में चातुर्मास एवं पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव सहित महामस्तकाभिषेक महोत्सव के सानन्द सम्पन्न होने हेतु आशीर्वाद चाहा।आचार्य श्री के पाद पक्षालन का सौभाग्य अनिल दीपक सेठी बैंगलोर को, जिनवाणी भेट करने के लिए चन्दन, सुनील पहाड़िया को मिला। चातुर्मास के लिये कमेटी की ओर से श्रीफल भेट कर निवेदन करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया ।

आचार्य श्री की पूजा के बाद मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान से चातुर्मास मंगल कलश स्थापना की गई ।जैन समाज के भामाशाह परम मुनि भक्त आर के मार्बल किशनगढ के अशोक पाटनी, विमल पाटनी, सुरेश पाटनी एवं परिवारजनो ने चातुर्मास मंगल कलश स्थापना का पुण्यार्जन किया । इस मौके पर देश के विद्वत जनों, गणमान्य श्रेष्ठीजनो एवं हजारों श्रद्धालुओं की सहभागिता रही।

आयोजन के लिए श्री महावीरजी को आचार्य श्री की अगवानी के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया । महावीर जी में शांतिवीर नगर से वर्धमान सभागार तकजैन धर्म के 24 तीर्थंकरों के नाम से 24 स्वागत द्वार बनाये गये ।

क्षेत्र कमेटी के संयुक्त मंत्री सुभाष चन्द जैन एवं उमराव मल संघी ने बताया कि आचार्य श्री के मंगल प्रवेश जुलूस एवं चातुर्मास मंगल कलश स्थापना समारोह मेंशामिल होने के लिए गुवाहाटी, कोलकाता, दिल्ली, दौसा, सिकन्दरा, करौली, नागौर, कुचामन, अलवर, हिण्डौन, भरतपुर, कोटा, बून्दी,सवाईमाधोपुर, भवानीमण्डी, गंगापुर, लालसोट, श्री महावीरजी सहित पूरे देश से श्रद्धालु शामिल हुए।

प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा एवं प्रशासनिक समन्वयक भारत भूषण जैन ने बताया किमंगल प्रवेश जुलूस के लिए जयपुर से 108 बसों एवं सैकड़ों वाहनों द्वारा श्रद्धालु महावीर जी पहुचे। आचार्य श्री के सानिध्य में 24 नवम्बर से वृहद् स्तर पर पंचकल्याणकप्रतिष्ठा महोत्सव एवं 27 नवम्बर से 21 वीं सदी का प्रथम महामस्तकाभिषेक महोत्सव विशाल स्तर पर होगें। जिसमें पूरे विश्व से लाखों श्रद्धालु शामिल होगें।मंच संचालन राकेश सेठी ने किया ।

संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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