युवा शक्ति किसी भी समाज और राष्ट्र की बड़ी ताकत होती है।विरंजन सागर महाराज

JAIN SANT NEWS सागर

युवा शक्ति किसी भी समाज और राष्ट्र की बड़ी ताकत होती है।विरंजन सागर महाराज

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पूज्य मुनि श्री विरंजन सागर जी महाराज ने युवा शक्ति को बड़ी ताकत बताया उन्होने नशा मुक्ति केंद्र खोलने की भी घोषणा की उन्होने अपने प्रवचनों मे कहा कोई भी हो वह सुख चाहता है वो दुखो मे जीना नही चाहता लेकिन संसार मे जन्म लेने वाले को सुख और दुःख दोनों आएगे इस पर उन्होने कहा दुख केवल इंसानों के जीवन मे ही नहीं समस्त प्राणियों के जीवन मे आते है कोई भी हो वो दुखो से नहीं बच सकता इस पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा की यदि दुख के समय में हम समता भाव रखते हुए प्रभु का स्मरण कर अपने कर्मों पर ध्यान देंगे तो दुख का समय कष्टदायी नहीं होगा। अतः दुख के समय घबराएं नहीं, आनंद से रहें और प्रभु की भक्ति करते रहिए।

युवाओं पर दिया जोर

“जनसंत मुनिश्री विरंजन सागर महाराज ने गोराबाई जैन मंदिर मे बोलते हुए कहा की युवा शक्ति किसी भी समाज और राष्ट्र की बड़ी ताकत होती है। लेकिन आज युवा  शक्ति का पतन हो रहा है। पश्चिमी सभ्यता के हावी होने से कि युवा परिवार, समाज, राष्ट्र और संस्कृति भूलने लगे हैं। उन्होने मुखर होकर सटीक शब्दों मे कहा की  आज 90 फीसदी युवा नशे की लत के शिकार हैं। धूम्रपान, गुटका आदि खाकर अपने शरीर को ही नहीं बल्कि परिवार, समाज और राष्ट्र को भी खोखला कर रहे हैं। यह व्यसन पैसों की बर्बादी के साथ आपको बीमारियों की ओर ले जाता है। गुटका पाउच में मौजूद रसायन धीरे-धीरे आपकी देह, चेतना और शक्ति का क्षय कर पतन की ओर ले जाते हैं। इसी तरह शराब भी व्यक्ति के लीवर और पूरे शरीर को नष्ट कर देती है। उन्होंने कहा आज तक जितने व्यक्ति पानी में डूबने से नहीं मरे, उससे कहीं ज्यादा व्यक्ति शराब के ग्लास में डूब कर मर गए। उन्होंने सभा में उपस्थित पुरुष और युवाओं को गुटका, पाउच, धूम्रपान, शराब छोड़ने का प्रण दिलाया। जिन लोगों ने इन व्यसन को छोड़ने का संकल्प लिया उन्हें मंच से पिच्छी रखकर आशीष दिया। उन्होंने कहा जीवन में भले पूजा-पाठ कम करना। पर गुटका, धूम्रपान और शराब मत पीना। यह हमारे परिवार समाज के पतन का कारण बनेगी। चातुर्मास कमेटी के मीडिया प्रभारी अखिल जैन ने बताया कि मुनिश्री ने घोषणा की कि गौराबाई दिगंबर जैन मंदिर में जल्दी ही नशा मुक्ति केंद्र का शुभारंभ किया जाएगा।

संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी”

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