मृदुता का भाव मार्दव धर्म है लोकेश शास्त्री
रामगंजमंडी
10 लक्षण पर्व की बेला में तृतीय दिवस को उत्तम आज आर्जव रूप में मनाया गया बेला में शहर के प्रमुख मंदिरों में अभिषेक,पूजन शान्तिधारा की गई। इस बेला में लोकेश शास्त्री द्वारा तत्वार्थ सूत्र का तीसरे अध्याय का अर्थ कर समझाया गया। साथ ही रात्रि की बेला में मंगल आरती हुई। बघेरवाल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष महेंद्र जैन ठौरा ने बताया कि आर्जव धर्म दशलक्षण पर्व के तृतीय दिन महावीर दिगंबर जैन मंदिर में प्रथम शांतिधारा का लाभ श्रीमती संजूला भानु दिव्यु जैन हरसौरा एवं द्वितीय शांतिधारा का पुण्य लाभ श्रीमती मधु पदम जैन सुरलाया को प्राप्त हुआ। रात्रि में 48 दीपको के महाआरती का पुण्य लाभ शरद जैन बाबरिया को प्राप्त हुआ।
वही गुरुवार की मंगल बेला में शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर लोकेश भया द्वारा और उत्तम मार्दव धर्म पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया की मृदुता का भाव मार्दव धर्म है अर्थात कोमलता नम्रता का जीवन मे होना मार्दव धर्म है। नम्रता का परम शत्रु मान कषाय है ।अर्थात मनुष्य के जीवन मे अहंकार का भाव होना
अहं करोमि इति अहंकार:।
में ही सब कुछ करता हु और में ही सब कुछ हु यही अहंकार का भाव है। इसी भाव के कारण आत्मा में विद्यमान मृदुता, कोमलता अथवा विनम्रता का अभाव हो जाता है।
मान महाबिष रूप करहि नीच गति जगत में। कोमल सुधा अनूप सुख पावे प्राणी सदा।
मानी व्यक्ति को कोई नही पूछता उसकी नीच गति होती है किंतु इससे विपरीत विनम्र स्वभाव वाले व्यक्ति को हर कोई चाहता है और वह हमेशा जीवन मे सुख ही पाता है। इसलिए जो ज्ञान आदि आठ प्रकार के मद है उनका त्याग करना चाहिए और अपने मान कषाय रहित होकर हमेशा विनम्र स्वभाव को धारण करना चाहिए।
साथ ही इसी दिन वीर जैन सोशल ग्रुप द्वाराश्री वीर जैन सोशल ग्रुप द्वारा महावीर मंदिर में णमोकार मंत्र की महिमा जानो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।साथ ही बच्चों की प्रतियोगिता स्वास्तिक बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। सभी ने इस में बढ़ चढ़कर भाग लिया जिसमें सर्व साधु ग्रुप प्रथम विजेता रहा पुरस्कार के प्रायोजक अमित रीटा जैन ठग रहे। इस प्रतियोगिता में अरिहंत ग्रुप सिद्ध ग्रुप आचार्य ग्रुप उपाध्याय ग्रुप सर्व साधु ग्रुप बनाए गए। सभी से प्रश्न, उत्तर पूछे गए। व धर्म के बारे में जाना। श्री वीर जैन सोशल ग्रुप द्वारा आयोजित धार्मिक प्रतियोगिता में बच्चों ने और युवा वर्ग ने भी प्रश्न,उत्तर के माध्यम से णमोकार मंत्र की महिमा को जाना।
अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी