आचार्य सुनील सागर महाराज ससंघ का सानिध्य में भट्टारकजी की नसियां में 88 त्यागीव्रती तपस्वियों का किया अभिनन्दन
जयपुर







सकल दिगम्बर जैन समाज का सामूहिक क्षमापना समारोह आचार्य सुनील सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में भट्टारक जी की नसियां में आयोजित किया गया। राजस्थान जैन सभा द्वारा श्री दिगम्बर जैन मुनि संघ प्रबंध कमेटी एवं आचार्य सुनील सागर वर्षायोग समिति के सहयोग से भट्टारक जी की नसिया में आयोजित इस अभिनन्दन समारोह में दस दिन एवं उससे अधिक दिनों के उपवास करने वाले 88 त्यागी व्रती तपस्वियों का अभिनन्दन किया ।
इससे पूर्व प्रातः 7.30 बजे बापूनगर के गणेश मार्ग स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन चैत्यालय से सभी त्यागी व्रती तपस्वियों की 25 बग्घियों में बैठाकर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का जगह जगह फूल बरसाकर स्वागत किया गया।
भट्टारक जी की नसिया में आयोजित इस अभिनन्दन समारोह में 10 दिवस एवं उससे अधिक दिन के उपवास करने वाले 88 त्यागी व्रतियों की बापूनगर के गणेश मार्ग स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन चैत्यालय से प्रातः 7 बजे शोभायात्रा रवाना हुई। भट्टारक जी की नसिया तक निकाले गए इस जुलूस में बैण्ड बाजों के अलावा महिला मण्डल, युवा मण्डल के सदस्यों सहित सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। शोभायात्रा भट्टारक जी की नसिया पहुंचने पर
आचार्य श्री सुनील सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में आयोजित धर्म सभा में सभी त्यागी व्रतियों का जयकारों के बीच अभिनन्दन किया गया । आचार्य श्री सुनील सागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि क्षमा वीरों का आभूषण है। कायरों का श्रृंगार नहीं है। हम महावीर के वंशज हैं अतः गलतियों के लिए क्षमा मांग लेते हैं तथा दूसरों को क्षमा कर देते हैं।क्षमा ना करना स्मृतियों की बेड़ियों में बंधे रहना है।क्षमा स्वयं से मांगना शुरू करना चाहिए। उन्होंने
सभी त्यागी व्रती तपस्वियों को उनकी तपस्या के लिए आशीर्वाद दिया। तत्पश्चात सभी त्यागी व्रती तपस्वियों का तोतूका सभागार में चांदी के बर्तनों में सामूहिक पारणा महोत्सव हुआ।
सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन एवं समारोह के मुख्य समन्वयक अशोक जैन नेता ने बताया कि समारोह की अध्यक्षता दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी के अध्यक्ष सुधांशु -ऋतु कासलीवाल ने की। मुख्य अतिथि दिगम्बर जैन नसियां दीवान उदय लाल ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल-उमा दीवान थे।चित्र अनावरण समाजसेविका रेणू राणा,मोहित-नम्रता राणा,रघुराज,भरत राणा ने किया।दीप प्रज्जवलन शांति देवी,अशोक, सुनील बख्शी ने किया। विशिष्ट अतिथि नन्द किशोर, प्रमोद, सुनील पहाड़ियां,सुनील-ऊषा, आदित्य-खुशबू पहाड़ियां,सम्पत लाल,संजय,अजय पाण्डया एवं लता,अनिता, महेश-पायल बाकलीवाल थे। आचार्य श्री सुनील सागर महाराज के पाद पक्षालन का पुण्यार्जन समाजसेवी शांति कुमार-ममता सोगानी जापान वालों को मिला। वर्षा योग समिति के अध्यक्ष देव प्रकाश खण्डाका, महामंत्री ओम प्रकाश काला’मामाजी’ , अशोक जैन नेता, महेश काला, रुपेन्द्र छाबड़ा, राजेश गंगवाल, राजीव जैन गाजियाबाद, शैलेन्द्र शाह चीकू, सुभाष चन्द जैन, दर्शन बाकलीवाल, मुकेश सोगानी, मनीष बैद, विनोद जैन कोटखावदा,भानू छाबड़ा, राकेश छाबड़ा, महेंद्र कुमार पाटनी, रमेश गंगवाल ,कमल बाबू जैन आदि ने अतिथियों व त्यागी तपस्वियों का माल्यार्पण एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत एवं सम्मान किया गया। त्यागी व्रती तपस्वियों को जिनवाणी भेंट की गई। राजस्थान जैन सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन ने स्वागत उदबोधन में सन् 1953 से राजस्थान जैन सभा द्वारा सामूहिक क्षमापना समारोह मनाने की जानकारी दी।
मुख्य संयोजक महेश काला, रुपेन्द्र छाबड़ा ‘अशोक’ ने बताया कि षोडशकारण समापन के मौके पर श्रीं जी केजल,चंदन,दूध,दही,घी,
ईक्ष्सू रस आदि से मंत्रोच्चार से पंचामृत कलशाभिषेक किये गये।
मंच संचालन राजस्थान जैन सभा के महामंत्री मनीष बैद एवं इंदिरा बड़जात्या ने किया। आभार मनीष बैद, अशोक जैन नेता एवं विनोद जैन कोटखावदा ने व्यक्त किया।
समारोह के समापन पर गत वर्ष की गलतियों के लिए आपस में क्षमा याचना की। दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप सन्मति की ओर से अध्यक्ष राकेश गोदीका व राजस्थान रीजन अध्यक्ष राजेश बड़जात्या के नेतृत्व में खोपरा मिश्री खिलाकर क्षमायाचना की गई।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी