

सोनागिरी । दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र श्री सोनागिर जी मंदिर मंे नौ सितम्बर को हुई लूट की घटना के दो मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनसे एक लाख दस हजार रूपए की राशि भी बरामद की गई है। लूट का मास्टरमाइंड यहां जैन धर्मशालाओं में सफाई का काम करने वाला एक कर्मचारी ही था जो शराब पीकर काम करने आता था और जब उसे निकाल दिया गया तो उसने यह कारनामा अंजाम दिया।
दतिया के पुलिस अधीक्षक अमर सिंह राठौड ने बताया कि लूट की घटना के बाद एक एसआईटी की गठित की गई थी। इसने करीब सौ सीसीटीवी फुटेज चैक की और संदिग्ध मोबाइल नम्बरों की कॉल डिटेल देखी। इसके विश्लेषण से सेवनी निवासी लल्ला उर्फ पंजाब परिहार का नाम सामने आया। इसके बारे मंे पता किया गया तो यह बडौनी की तरफ देखा गया। वहां से इसे हिरासत में लिया गया और इससे पूछताछ मंे इसने अपने साथियों सुनील कुशवाहा, रवि परिहार, भूरा कुशवाहा, भूरा केवट के नाम लिए।
पुलिस ने सुनील कुशवाहा को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह बीसपंथी धर्मशाला में पिता के साथ सफाई का काम करता था, लेकिन शराब पीकर आता था तो उसे काम से निकाल दिया गया। फिर वह कुंदकुंद धर्मशाला में सफाई का काम करने लगा। यहां भी उसे इसी शिकायत के चलते सात सितम्बर को हटा दिया गया। इस पर उसने अपने साथियों के साथ चंद्रप्रभु मंदिर मंे लगी दानपेटी लूटने की योजना बनाई और अपने साथियों के साथ मंदिर के पीछे से जाकर गार्ड के साथ मारपीट कर मंदिर की दानपेटी लूट ली। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकियों की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं।