साध्वी गुणरंजना श्रीजी के सानिध्य में हो रही है नव पद की आराधना

JAIN SANT NEWS रामगंजमडी

साध्वी गुणरंजना श्रीजी के सानिध्य में हो रही है नव पद की आराधना

रामगंजमडी

शहर के बाजार में 3 में स्थित जैन श्वेताम्बर मंदिर में विराजित साध्वी प्रवर गुणरंजना श्री जी की पावन निश्रा में चतुर्मास के दौरान विभिन्न धार्मिक आयोजन ओर कई तरह की तपस्याए चल रही है। इसी क्रम में
एक अक्टूबर से 9 दिन की नवपद आराधना चल रही है। जिसमे जैन समाज के 50 पुरुष और महिलाएं इसमें आराधना को कर रहे है।

इस आराधना की विशेष बात

यह एक विशिष्ट तरह की तप आराधना होती है। इस आराधना में पूरे दिन में सिर्फ एक बार बिना नमक, बिना मिर्च मसाला ओर बिना घी तेल का सिर्फ उबला हुआ भोजन रवाना होता है।

यह क्रम 9 दिन तक चलेगा-इस अवसर पर साध्वी गुणरंजना श्री जी ने कहा कि यह आराधना शाश्वत है।

उन्होंने बताया श्रीपाल राजा के कुष्ठ रोग हो गया था उन्होंने.और उनकी पत्नी मेना सुन्दरी ने इस नवपद ओली की आराधना की आराधना पूरी होते ही श्रीपाल राजा का कुष्ठ रोग समाप्त हो गया था.

उन्होंने कहा कि परमात्मा की भक्ति हमेशा इस भाव से करो कि मोक्ष प्राप्त हो। सांसरिक सुख पाने की लालसा मे भक्ति और प्रार्थना गलत है। एक अक्टूबर से नो अक्टूबर तक चलने वाली इस आराधना के लाभार्थी पारस कुमार कोठारी निवासी इन्दौर है।

मंदिर की भोजनशाला मे सभी 50 नवपद की आराधना करने वालो को सेवाए देने का कार्य पूर्वपालिका पार्षद साक्षी पारख, राजेन्द्र रांका,संजय मेहता, अक्षत डांगी,, उत्तम डांगी, सौरभ रांका,
संकेत बाफना, सुशील गौखरु, मोहित छाजेड़, ओर श्रेयांस पारख कर रहे है।

रविवार को पद्मावती माता का महापूजन हुआ महापूजन में साध्वीजी ने बताया कि रोग, शोक ओर व्याधि को दूर करने के लिये इस महापूजन का आयोजन किया गया है।

चार्तुमास कमेटी के संरक्षक राजकुमार पारख ने बताया कि तीन घंटे चली इस महापूजन में श्री संघ के पुरूष और महिलाए जोडे से पूजा के वस्त्र पहन कर ओर सिर पर मुकुट धारण करके बैठे महापूजन मे साध्वी जी के साथ विधिकारक पंकजभाई झारडा वाले एवम् भजन गायिका हेमा और प्रभा निवासी मन्दसोर ने सुन्दर सुन्दर भजन प्रस्तुत किये। इस महा पूजन के लामार्थी सुरेंद्र कुमार, जितेन्द्र कुमार, रवि कुमार बाफना रहे। नवपद आराधना में पूरे 9 दिन अलग अलग महापूजन होगे- शनिवार एक अक्टूबर को नवपद महा पूजन हुई जिसके लाभार्थी विकास विशेष कुमार श्रीमाल रहे।

चार्तुमास कमेटी के संरक्षक राजकुमार पारख ने बताया कि महाआराधना के बाद श्रीसंघ का स्वामी वात्सलय (भोजन प्रसादी) हुआ

संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमडी

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