दीक्षार्थी दीदियों ने दीक्षा से पूर्व किया अभिषेक पूजन
श्री महावीर जी
पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारीधी आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी संघ सानिध्य में चारो दीक्षार्थी साधना दीदी, नेहा दीदी , दीप्ती दीदी तथा पुनम दीदी ने 1008 श्री शांतिनाथ भगवान का पंचामृत से महा मस्तकाभीषेक बहुत ही उमंग और उत्साह भक्ति भाव से किया। आज जल गन्ना, दूध दही केशर पुष्प धी सर्वोऔषधि चतुष्कोण कलश सुगंधित जल तथा शांति धारा की।
श्री राज कुमार जी कोठारी ,श्री राज कुमार सेठी राजेश पंचोलिया ने बताया किश्री शांति वीर नगर में चारो दीक्षार्थियों ने गणधर वलय का पूजन किया। आचार्य श्री ने बताया कि केवल दीक्षार्थी ही गणधर वलय का पूजन करते हैं।




प्रसिद्ध प्रतिष्ठाचार्य श्री कुमुद सोनी ने पूजन कराया। आचार्य श्री मुनि श्री हितेंद्र सागर जी मुनि श्री चिंतन सागर जी आर्यिका श्री महायशमती जी ने मंत्रोचार किया आचार्य श्री ने पूजन के मध्य समर्पित किए जाने वाले अर्ध्यो का महत्व प्रतिपादित किया।इसके पूर्व दीक्षार्थी दीदियों ने आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी एवम संघस्थ मुनिराजो एवम आर्यिका माताजी को आहार दिया इसके बाद स्वयं कर पात्र में आहार लिया। अनेक परिजनों ने पुण्य शालियो ने आहार देकर स्वयं के जीवन को सफल बनाया



प्रातः सभी दीक्षार्थियों ने 108 कलशो से आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी सानिध्य में श्री जी का अभिषेक किया।शाम को साधना, नेहा, दीप्ती,पुनम दीदी की बिनोरी हाथियों पर निकाली गई।रात्रि को गोद भरने का कार्यक्रम हुआ। रात्रि को प्रशांत जैन जबल पुर की भजन संध्या हुई।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चारो दीक्षार्थियों के जन्म नगरों से आस पास मध्य प्रदेश राजस्थान ,देहली , छत्तीसगड़ , उत्तर प्रदेशकर्नाटक ,आदि नगरों से हजारों भक्त उपस्थित हुए
राजेश पंचोलिया
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमडी