आर्यिका श्री महायशमति माताजी के ग्रहस्थ अवस्था के जनक ने अपना अवतरण दिवस वर्धमान साग़र गुरु चरणों में मनाया
श्री महावीर जी
हम उन व्यक्तित्व के विषय मे अवगत करा रहे है जिनके परिवार की तीन पीढ़ियों ने जैनेश्वरी दीक्षा ली है मुनिश्री चारित्र साग़र जी महाराज से शुरू हुआ क्रम जारी है जी हां उनकी पुत्री ने भी आर्यिका दीक्षा ली और पोती ने भी आर्यिका दीक्षा ली जो आज महायशमती माताजी के रूप में है ऐसे महामना श्री राजेश पंचोलिया ने वात्सलय वारिधि वर्धमान सागर जी के चरणो में अपना जन्मदिन मनाया।
गुरु चरणों का आशीष पाया सचमुच महामना है अपनी लेखनी से जिनधर्म की महती प्रभावना कर रहे है। और सभी को प्रेरित करते है। इनकी मृदुता सचमुच अद्भुत है इन्हें अनेक सन्तो की पूर्ण जानकारी है पूरा डाटा इन्होंने संयोजित किया हुआ है। यह किसी गूगल से कम नही आके जा सकते है। साथ ही सभी को आगे लाने का सार्थक प्रयास करते है।इन्होंने अपनी अचूक ,अटूट,उत्कृष्ट, पैनी, अभूतपूर्व और उन्नत लेखनी से गुरुवाणी और धार्मिक सूचनाओं को जन जन आमजन तक तुरंत पहुचाने का उन्नत कार्य किया।

शासकीय सेवाओ में रहते हुए देश, ,प्रदेश,नगर,ग्राम,परिवार और स्वयं का नाम रोशन किया। इन्होने कोरोना काल मे भी ऑफिस जाकर न सिर्फ अपनी जिम्मेदारी को बल्कि अपने धर्म और फर्ज को भी बखूबी निभायायही कामना है आप दीर्घायु हो। व धर्म मार्ग पर बढ़ते हुए मानव देह को धन्य करे।
नमनकर्ता
अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमडी