अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में निर्यापकाचार्य पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारीधी आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी संघ सानिध्य में आर्यिका श्री शीलमति जी ने सल्लेखना धारण कर संस्तारारोहण किया

JAIN SANT NEWS श्री महावीर जी

अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में निर्यापकाचार्य पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारीधी आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी संघ सानिध्य में आर्यिका श्री शीलमति जी ने सल्लेखना धारण कर संस्तारारोहण किया

श्री महावीर जी

श्री शान्ति वीरशिव धर्माजित वर्द्धमान सुरिभ्यो नमः
अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में निर्यापकाचार्य पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारीधी आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी संघ सानिध्य में आर्यिका श्री शीलमति जी ने सल्लेखना धारण कर संस्तारारोहण किया वात्सल्य वारीधी आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी संघ सहित श्री महावीर जी विराजित हैंआज 4 नवंबर 2022 को आर्यिका श्री शील मति जी ने निर्यापकाचार्य आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी सहित समस्त संघ से क्षमा याचना कर संस्तारारोहण धारण किया।
           संस्तरारोहण का आशय
संस्तर से आशय क्षपक साधु जहाँबैठते है लेटते है उस स्थान का आरोहण करना स्वीकार करना
संस्तारारोहण कहलाता है

आचार्य श्री शान्ति सागर जी की गौरव शाली परंपरा में दीक्षित है।आपको देव शास्त्र एवम गुरुओ के प्रति सचेत रहते हुए आत्मा और शरीर की भिन्नता का चित्तन करते हुए उत्तम समाधि करना है। आचार्य वर्धमान सागर जी
आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी क्षपकोत्तमा आर्यिका श्री शील मति जी को संबोधन देते हुएसंबोधन में आचार्य श्री ने बताया कि आप आचार्य श्री शान्ति सागर जी की गौरव शाली परंपरा में दीक्षित है।आपको देव शास्त्र एवम गुरुओ के प्रति सचेत रहते हुए आत्मा और शरीर की भिन्नता का चित्तन करते हुए उत्तम समाधि करना है।

एक परिचय

श्रीमती भगवानी देवी श्री जिनेन्द्र जी जयपुरिया सीकर ने विगत माह 4 अगस्त 2022 को आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी ने क्षुल्लिका दीक्षा महावीर जी में ली।शरीर की नश्वरता को समझ कर आपने दिनांक 2 नवंबर 2022 को वात्सल्य वारीधी आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी से महावीर जी में आर्यिका दीक्षा ली।
उल्लेखनीय है कि आपकी पुत्री पूर्व से आचार्य श्री से दीक्षित होकर आर्यिका श्री विचक्षण मति जी है आपके पूर्व दामाद क्षुल्लक श्री विशाल सागर जी भी आचार्य श्री से दीक्षित होकर संघ में है

एवम समधन भी आचार्य श्री से दीक्षित होकर क्षुल्लिका श्री शांत मति होकर संघ में है
राजेश पंचोलिया वात्सल्य भक्त परिवार

संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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