पर्युषण महापर्व 1 सितम्बर से प्रारम्भ

पर्युषण महापर्व 1 सितम्बर से प्रारम्भ आत्मा की शुद्धि के लिए करेंगे तप व जप 8 सितंबर को “मिच्छामि दुक्कड़म्” के साथ होंगी पूर्णिहूति  – 28 अगस्त 2024। जैन धर्म के पर्युषण पर्व मनुष्य को उत्तम गुण अपनाने की प्रेरणा हैं। इन दिनों जैन धर्मावलंबी व्रत, तप, साधना कर आत्मा की शुद्धि का प्रयास करते […]

Continue Reading

गणाचार्यश्री विराग सागर जी महाराज को नगरवासियों की भावपूर्ण विनयांजलि सभा कल

पवई राष्ट्र संत गंणाचार्य बुंदेलखंड के प्रथम जैनाचार्य 108 श्री विराग सागर जी महाराज की समता पूर्वक समाधि 04 जुलाई को शास्त्रों के अनुसार विधि विधान से हो चुकी जिसको लेकर जैन समाज पवई एवं नगर वासियों के द्वारा भावपूर्ण विनयांजलि कृतज्ञांजलि का आयोजन 1.2 जुलाई 2024 शुक्रवार को महाराष्ट्र प्रांत औरंगाबाद के पास जालना […]

Continue Reading

11 अप्रैल – मुनि दीक्षा दिवस पर विशेष

आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज प्रशममूर्ति आचार्य श्री 108 शान्तिसागर जी महाराज (छाणी) की पट्ट परम्परा में पंचम पट्टाधीश परम पूज्य आचार्य श्री 108 विद्याभूषण सन्मति सागर जी महाराज ने अपनी पारखी नज़रों से एक अनमोल रत्न को तराशा और जैन समाज को मुनि श्री 108 अतिवीर जी महाराज के रूप में एक दिव्य […]

Continue Reading

श्रमण सूर्य अपनी आभा फैलाकर अस्त हुआ – आचार्य अतिवीर मुनिराज 

अध्यात्म सरोवर‌ के राजहंस, श्रमण परम्परा के महासूर्य, संत शिरोमणि परम पूज्य आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज का समतापूर्वक समाधिमरण व्यवहारिक दृष्टि से तो कष्टपूर्ण है परंतु निश्चयवाद से उत्सव का क्षण है। मोक्ष की अविरल यात्रा पर बढ़ते हुए पूज्य आचार्य श्री ने‌ आज एक पड़ाव और पार‌ कर लिया।  गृहस्थ अवस्था से […]

Continue Reading

आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज श्री को दी विन्यांजलि

पवई जैन समाज के राष्ट्र संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज द्वारा संलेखना समाधि लेकर छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ तीर्थ क्षेत्र में समाधि प्राप्त की गई। महाराज श्री को देशभर में नमन कर संतों, जैन समाज तथा देशवासियों द्वारा विन्यांजलि दी जा रही है। पवई में मुनि प्रणम्य सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में भावपूर्ण श्रद्धाजलि […]

Continue Reading

आओ आओ, जल्दी आओ, सैर पे चलो खुशहाली पाओ वतन की कमान’ में अपनी प्रतिभा दिखाओ

30 जनवरी 2024 तक लेके आए हैं ‘वतन की कमान’ प्रश्नावली इस बार, उपहार हैं प्रतियोगिता में खास। गणतंत्र दिवस के अवसर पर, भाग लें और अपनी शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाकर भारतीयता को अपनाएँ। अभिभावक सीखें कैसे हो अपने बच्चों के व्यक्तित्व का संतुलित एवं सम्पूर्ण विकास और चुनना सीखें शिक्षा के बेहतर विकल्प। […]

Continue Reading

ह्रदय के शोक दुःख को रत्नत्रय धर्म, संयम तप से दूर करेंआचार्य श्री वर्धमान सागर जी

ह्रदय के शोक दुःख को रत्नत्रय धर्म, संयम तप से दूर करेंआचार्य श्री वर्धमान सागर जी संसार का प्राणी लौकिक लक्ष्मी प्राप्त करने के लिए दुखी है। जबकि केवल ज्ञान रूपी लक्ष्मी उसके हृदय में है, अशोक का शाब्दिक अर्थ देखें शोक रहित को अशोक कहते हैं ।अशोकनगर एक सड़क के माध्यम से जाते हैं […]

Continue Reading

पुण्योदय ब्रेकिंग न्यूज़

पुण्योदय ब्रेकिंग न्यूज़ • मंगलविहार प्रथम निर्यापक श्रमण का गौरझामर ● 16.03.2023 • पूज्यगुरुदेव आचार्य भगवनश्री १०८ विद्यासागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य, जेष्ठ श्रेष्ठ निर्यापक श्रमण मुनिवरश्री १०८ समयसागर जी महाराज ससंघ 13 मुनिराज, 9 क्षुल्लक महाराज का मंगलविहार अभी अभी गौरझामर से आज दोपहर 3:30 बजे हुआ।_ 🪷 विहार दिशा :-श्री शान्तिधाम अतिशय […]

Continue Reading

🙏🚩श्री दि० जैन तीर्थ ऋषभांचल🙏🚩

🙏🚩श्री दि० जैन तीर्थ ऋषभांचल🙏🚩 *🐘भव्य गजरथ यात्रा महोत्सव🐘* 🗓 रविवार, 19 मार्च 2023 प्रातः 8:30 बजे 🙏पावन सान्निध्य – *बाल ब्रह्मचारिणी, परम श्रद्धेया माँश्री कौशल जी* 🎪स्थान – *श्री दिगम्बर जैन तीर्थ ऋषभांचल, मेरठ मोड, मोरटा ग्राम, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश *भगवान ऋषभदेव के जन्मकल्याणक महोत्सव के पावन अवसर पर आपके अपने पावन तीर्थ श्री […]

Continue Reading

●◆●◆▬▬ஜ۩ प्रामाणिक ۩ஜ▬▬●◆●◆

●◆●◆▬▬ஜ۩ प्रामाणिक ۩ஜ▬▬●◆●◆ 🏵️ झलकियाँ 🏵️ 🚩 संस्कृत भाषा में निबद्ध 🚩 ✴️ बीजाक्षर मण्डल रचना युक्त ✴️ 🕉 श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्वशांति महायज्ञ महोत्सव 🕉 ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ 📯 आयोजन स्थल 📯 🛕 गुणायतन 🛕 🚩 मधुवन 🚩▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ 🏵️ पावन सानिध्य 🏵️ 🕉 संत शिरोमणि आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी मुनिमहाराज 🕉 […]

Continue Reading

क्या आप जानते हैं 6 : भगवान का पूजन करने से होती है सौभाग्य की प्राप्ति

पूजन,अर्चन,भक्ति इन सबके माध्यम से श्रावक पंचपरमेष्ठी भगवान के गुणों का गान करते हैं, उनका चिंतन करते हैं। इन सबके साथ भाव का होना अत्यंत आवश्यक है। पूजा हो या पूजन, दोनों एक ही हैं। जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेद्य, दीप, धूप, फल इन द्रव्यों के साथ पूजा की जाती है तथा जो द्रव्य चढ़ाने […]

Continue Reading

जानिए, उन क्रियाओं के बारे में, जिनका होना है अनिवार्य

श्रीफल जैन न्यूज़ आपके लिए लाया है जैन संस्कार क्रियाओं का अर्थ और उन्हें पूरा करने के विधि-विधान । जैन शास्त्र कहते हैं कि जैन संस्कृति से जुड़ी 53 क्रियाओं के विधिवत पालन से श्रावक, परमत्व को प्राप्त हो सकता है । पहली कड़ी में हमने गर्भाधान क्रिया को लेकर बात की थी । आज […]

Continue Reading

जानिए गर्भ से निर्वाण तक श्रावक की 53 क्रियाएं: अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर महाराज की कलम से

सारांश जैन संस्कृति और धर्म शास्त्रों में उल्लेखित है कि अगर नियम पूर्वक 53 क्रियाओं का पालन करें तो श्रावक परमात्मा बन सकता है । परम तत्व को प्राप्त करने के सिद्धांत अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज की वाणी पर आधारित लेख में आज पढ़िए गर्भाधान प्रक्रिया… जैन संस्कृति और शास्त्रों में वर्णित […]

Continue Reading

क्या आप जानते हैं ? – 1 : जैन शब्द का क्या है अर्थ ?

आप पढ़िए” कर्म रूपी शत्रुओं को जो जीत जाए, उसे जिन कहा जाता है। जिनका देवता यही जिनदेव हो, उन्हें कहते हैं जैन । जिन कुल में गर्भावस्था से निर्वाण पर्यन्त 53 क्रिया संस्कार होते हैं, जो इन सभी क्रिया संस्कारों को पूरा करे उसे जैन कुल का समझना चाहिए। (संदर्भ – सागर धर्मामृत हिंदी […]

Continue Reading

क्या आप जानते हैं- 2 : जानिए कैसा होना चाहिए श्रावक का आचार-विचार और व्यवहार?

– श्रावक के छह कर्मों के साथ छह कर्तव्य भी हैं । – दूसरों के दुख को अपना समझने वाला और दान करने वाला होता है श्रावक । – श्रावक धर्म के पालन से ही संभव है विश्व शांति । श्रावक वह होता है, जो गृहस्थ धर्म को धारण करता है। उसके भी कुछ नियम […]

Continue Reading

क्या आप जानते हैं- 3 : क्या होती है अन्यायपूर्वक कमाए हुए धन की गति?

इससे पहले हम चर्चा कर चुके हैं कि श्रावक को धन न्यायपूर्वक ही कमाना चाहिए। आज हम जानेंगे कि अगर धन अन्याय पूर्वक कमा लिया जाए तो उस धन की गति क्या होती है?इसकी जानकारी हमें सागर धर्मामृत ग्रंथ से मिलती है, जिसका हिन्दी अनुवाद गणिनी आर्यिका सुपार्श्वमति माता जी ने किया है। अन्यायोपार्जितं वित्तं […]

Continue Reading

क्या आप जानते हैं- 4 : जानिए कितना महिमावान है गंधोदक?

-मनुष्य के समस्त पापों का नाश करने वाला होता है गंधोदक -शरीर के किसी भी भाग की पीड़ा हर लेता है यह पवित्र जल संसार में एक द्रव्य ऐसा भी है, जिसे लगाने से रोग, शोक, दुःख आदि दूर हो जाते हैं और वह है गंधोदक। सुगंधित जल को ही गंधोदक कहा जाता है। जब […]

Continue Reading

क्या आप जानते हैं – 5: देव-दर्शन से दूर हो जाते हैं जीवन के सारे संकट

जिनेन्द्र भगवान का दर्शन जन्म-जन्म के पाप का नाश करता है। उनके दर्शनमात्र से संसार के सुख से लेकर मोक्ष तक मिलता है। जन्म-जन्म के पाप क्षण भर में नष्ट हो जाते हैं। उनके दर्शन से कषाय मंद और नाश हो जाता है, मन पवित्र और निर्मल हो जाता है। जिनको देखने से मन पवित्र […]

Continue Reading

सादर जय जिनेन्द्र

🎊🎊 सादर जय जिनेन्द्र 🎊🎊 बड़े हर्ष के साथ सूचित किया जाता है संत शिरोमणि *आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महामुनिराज* के मंगल आशीष से *निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज* की प्रेरणा से एवं *वात्सल्य मूर्ति मुनि श्री विमल सागर जी महामुनिराज* के *ससंघ* सानिध्य में *दिनांक 24 फरवरी से 4 मार्च […]

Continue Reading