क्या आप जानते हैं 6 : भगवान का पूजन करने से होती है सौभाग्य की प्राप्ति

पूजन,अर्चन,भक्ति इन सबके माध्यम से श्रावक पंचपरमेष्ठी भगवान के गुणों का गान करते हैं, उनका चिंतन करते हैं। इन सबके साथ भाव का होना अत्यंत आवश्यक है। पूजा हो या पूजन, दोनों एक ही हैं। जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेद्य, दीप, धूप, फल इन द्रव्यों के साथ पूजा की जाती है तथा जो द्रव्य चढ़ाने […]

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क्या आप जानते हैं ? – 1 : जैन शब्द का क्या है अर्थ ?

आप पढ़िए” कर्म रूपी शत्रुओं को जो जीत जाए, उसे जिन कहा जाता है। जिनका देवता यही जिनदेव हो, उन्हें कहते हैं जैन । जिन कुल में गर्भावस्था से निर्वाण पर्यन्त 53 क्रिया संस्कार होते हैं, जो इन सभी क्रिया संस्कारों को पूरा करे उसे जैन कुल का समझना चाहिए। (संदर्भ – सागर धर्मामृत हिंदी […]

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क्या आप जानते हैं- 2 : जानिए कैसा होना चाहिए श्रावक का आचार-विचार और व्यवहार?

– श्रावक के छह कर्मों के साथ छह कर्तव्य भी हैं । – दूसरों के दुख को अपना समझने वाला और दान करने वाला होता है श्रावक । – श्रावक धर्म के पालन से ही संभव है विश्व शांति । श्रावक वह होता है, जो गृहस्थ धर्म को धारण करता है। उसके भी कुछ नियम […]

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क्या आप जानते हैं- 3 : क्या होती है अन्यायपूर्वक कमाए हुए धन की गति?

इससे पहले हम चर्चा कर चुके हैं कि श्रावक को धन न्यायपूर्वक ही कमाना चाहिए। आज हम जानेंगे कि अगर धन अन्याय पूर्वक कमा लिया जाए तो उस धन की गति क्या होती है?इसकी जानकारी हमें सागर धर्मामृत ग्रंथ से मिलती है, जिसका हिन्दी अनुवाद गणिनी आर्यिका सुपार्श्वमति माता जी ने किया है। अन्यायोपार्जितं वित्तं […]

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क्या आप जानते हैं- 4 : जानिए कितना महिमावान है गंधोदक?

-मनुष्य के समस्त पापों का नाश करने वाला होता है गंधोदक -शरीर के किसी भी भाग की पीड़ा हर लेता है यह पवित्र जल संसार में एक द्रव्य ऐसा भी है, जिसे लगाने से रोग, शोक, दुःख आदि दूर हो जाते हैं और वह है गंधोदक। सुगंधित जल को ही गंधोदक कहा जाता है। जब […]

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क्या आप जानते हैं – 5: देव-दर्शन से दूर हो जाते हैं जीवन के सारे संकट

जिनेन्द्र भगवान का दर्शन जन्म-जन्म के पाप का नाश करता है। उनके दर्शनमात्र से संसार के सुख से लेकर मोक्ष तक मिलता है। जन्म-जन्म के पाप क्षण भर में नष्ट हो जाते हैं। उनके दर्शन से कषाय मंद और नाश हो जाता है, मन पवित्र और निर्मल हो जाता है। जिनको देखने से मन पवित्र […]

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