● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय●
● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 17 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 17ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेवप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर गइ-परिणयाण धम्मोपुग्गल-जीवाण गमण-सहयारी।तोयं जह मच्छाणंअच्छंता णेव सो णेई।।17।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें Feel free to share this great opportunity to your Friends & Family Subscribe to our YouTube Channel for regular […]