आत्मकल्याण का स्वर्णिम अवसर है दसलक्षण महापर्व – आचार्य अतिवीर मुनिराज
दसलक्षण (पर्युषण) पर्व साल में तीन बार आते हैं जो माघ, चैत्र, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी से प्रारम्भ होकर चतुर्दशी तक चलते है| दसलक्षण पर्व एक ऐसा पर्व है, जो आदमी के जीवन की सारी गंदगी को अपनी दस-धर्म रूपी तरंगों के द्वारा बाहर करता है और जीवन को शीतल एवं साफ-सुथरा […]
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