देशनोदय तीर्थ
अनुपमदृश्य ☺️ #भक्ति 🤗 #देशनोदयतीर्थचंबलेश्वरपार्श्वनाथ 😍 मुनिश्री #निष्कंप सागर जी महाराज #श्रीपर्श्वनाथ_भगवान की #भक्ति करते हुए…!!!
Continue ReadingJain Sant
अनुपमदृश्य ☺️ #भक्ति 🤗 #देशनोदयतीर्थचंबलेश्वरपार्श्वनाथ 😍 मुनिश्री #निष्कंप सागर जी महाराज #श्रीपर्श्वनाथ_भगवान की #भक्ति करते हुए…!!!
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव मिथ्यात्व भंजक108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाधर्मात्मा बनना है तो संकट आएंगे उपसर्ग भी आएंगे दुश्मन भी बढ़ेंगे हिम्मत है1.संकट-जैन दर्शन कभी संकट को दूर नहीं करता है लेकिन जो जैन दर्शन की शरण में आ जाता है संकट उसका बाल भी बांका नहीं कर सकता,राम के अलावा […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव ज्ञान ध्यान तपो रक्त108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहासत्य को जानते हैं लेकिन सत्य को स्वीकार नहीं करते1.मे बर्बाद हो,दुसरे को बर्बाद कर दुंगा- अनंतानुबंधी पत्थर पर रेखा के समान है जिसमे मरने ओर मारने को तैयार हो जाता है मैं बर्बाद हूं मैं हो जाऊंगा तो हो […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव प्रखर वक्ता108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाअधिक से अधिक जीव की सुरक्षा के लिए जन्म दो जिससे मांसाहार से बचें जैनी बनाये1.परीवार नियोजन-माता पिता जब बच्चे को जन्म देने का सोचे एक जीव की सुरक्षा देने के लिए जन्म देने ज्यादा से ज्यादा जीवो को अपने घर में […]
Continue Reading21-06-2021 को चवलेश्वर तीर्थ पर भव्य भूमि पूजन एवं शिलान्यास समारोह होने जा रहा है उसे देख़ने से क्या लाभ सुनिए सुधागुरु के मुख से 💫💫 धर्मप्रभावना 💫💫
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव तर्क वाचस्पति108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाकौन सा रास्ता है जिस रास्ते पर चलने पर तुम कभी थकते नहीं हो बस उसी रास्ते का ध्यान करते रहो1.आंखों मे देखकर आनंद-मन किस मे आनंदित होता है मन किन वस्तु को देखकर मन प्रसन्न चित्त रहता है किस को देख […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव श्रमण संस्कृति सूर्य 108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहागुरु का सम्यक दृष्टि नहीं पहचानता मिथ्यादृष्टी पहचानता है1.दोष-जो जो दोष आप में हैं वह आपके दोष भगवान ने तो नहीं है जो बड़ा आदमी अपने से छोटे हैं मैं दोष नहीं चाहता है तो आपको आपने में दोष तो […]
Continue Reading🚩” घर में धर्म करने वालो को अहोभाग्य मानो ” – निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज🚩🔶जिज्ञासा समाधानWatch Now – ◾◾◾🔘◾◾◾⭕पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज के अन्य वीडियो देखने हेतु अभी हमारे चैनल को SUBSCRIBE करे एवं 🔔 Bell Icon को अवश्य दबाएं⭕👉YouTube – www.youtube.com/sudhakalashchannel🔲Sudhakalash Channel🔲
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव टेम्पल डे प्रवर्तक108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहागुरु का विचार नहीं आचार देखा जाता है,पंडित का आचार नहीं विचार देखा जाता है1.औरतें पर्दा क्यों-बड़ों से औरतें पर्दा क्यों करती थी बड़ा शक्तिमान है इसकी नियत बदल गई,खराब हो जाएगी वो बर्बाद कर देगा,बड़ों की आंख से नियत खराब […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर *निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव जैन धर्म की ध्वजा 108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहा पूजन करते समय उबासी आती है, भोजन करते समय कितने को उबासी आई❓ 1.धर्म मे आनंद-संसार के कार्य हमको हर बार नया नया आनंद आता है ऐसे ही धर्म की क्रिया में आनंद लेना है संसार के […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर **निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव प्रखर चिन्तक108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहा* *सच्चा भगवान होगा तो वह कभी हमारे अनुलूल होगा ही नही हमे भगवान के अनुकूल होना पड़ेगा* 1.भगवान के विपरीत-पर को देखने में आनंद आ रहा है वह कहता है आनंद नहीं है पांचों इंद्रियों की वस्तुओं में हमको आनंद […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव तर्क वाचस्पति108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाव्यक्ति का कल्याण नहीं हो सकता कर्म ने मुझे बांधा है जो कर्म जैसा करायेगा मेरे को करना है1.इच्छा पुरी नहीं दुश्मन बन-हमने इतनी इच्छाएं कर लेते हैं फिर जब इच्छाएं पूरी नहीं कर पाते तो हम एक दूसरे के दुश्मन बन […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव प्रखर चिन्तक108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहारात्रि भोजन जुआ शराब गुटखा का त्याग करना समयसार की तैयारी है1.व्यसन का त्याग समयसार-जैन दर्शन की हर छोटी सी क्रिया स्वावलंभी बनाते हैं समयसार की तैयारी है सभी जुआ शराब का त्याग करना समयसार की तैयारी है मैं इतने अंश में […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव प्रखर वक्ता108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहापरमार्थ मे बड़ा होने का मतलब छोड़ते जाओ1.निश्चय व्यवहारी-व्यवहारी में पूजा पाठ अभिषेक आदि को मंजिल मान लिया यह रास्ता था रास्ते को मंजिल मान लिया इससे व्यवहाराभासी ने व्यवहार को बदनाम कर दिया निश्चय भासियों ने निश्चय को बदनाम कर दिया […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव वाग्भि108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाछोटे को गलती बड़े में देखें तो यह भाव करें कि मैं कितना दुर्भाग्यशाली हूं कि मैं बड़े मे गलती देख रहा हूं मुझे धिक्कार है1.बड़े में दोष नहीं देखना-आप बड़े बनने लायक है कि नहीं बड़े के गुण देखने का भाव आया […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव रिद्धि सिद्धि भक्तामर मंत्रों के निर्देशक 108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाअपनी जिंदगी को आदर्श बनाओ अपनी हर क्रिया को आदर्श बनाओ सबसे बड़े आदर्श बन जाओगे1.ज्योतिष-भविष्य की सफलता चाहते हो तो आप ज्योतिष मत समझना क्योंकि यदि पता चले कि कल बुरा होगा तो मन खराब हो […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव शान्ति धारा निर्देशक108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहापंचम काल मे साधार्मी भाव है आराध्य आराधक भाव नहीं हैं1.पंचम काल छाया रहीत-पंचम काल में अनाथ जन्म होता है मिथ्यात्वदर्शन के साथ जन्म होता है अनंतानुबंधी कषाय के साथ जन्म लेता है मिथ्यादृष्टि का लोभी गुंडे आदि पालते हैं पंचम […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव मुलाचारी आत्मा108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाअच्छा को स्वीकार मत करो,बुरे से भागो मत पुण्य पाप में हर्ष विषाद मत करो आप केवल वस्तु को जानो1.अच्छा चिंतन-ज्ञानी को बुरी वस्तु मैं भी अच्छा विचार आता हैं दुष्ट का चिंतन मत करो गलत लोगों के साथ मन खराब हो […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव मुलाचारी आत्मा108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाअच्छा को स्वीकार मत करो,बुरे से भागो मत पुण्य पाप में हर्ष विषाद मत करो आप केवल वस्तु को जानो1.अच्छा चिंतन-ज्ञानी को बुरी वस्तु मैं भी अच्छा विचार आता हैं दुष्ट का चिंतन मत करो गलत लोगों के साथ मन खराब हो […]
Continue Readingदेशनोदय चवलेश्वर*निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव प्रखर चिन्तक108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहाजो तुम्हारे साथ घटित हुआ वह दूसरे के साथ भी हो जो जो दुख आपमे है वह दूसरों में वह दुख तो दुसरो मे तो नहीं देखना चाहते हो1.समर्थता-भगवान ने आपके चरणों में आऊं तो अपने हाथ से एक मुट्ठी अर्घ ले […]
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