ज्ञानी और महान आत्मा अपने साथ रहने वालों को भी अपने जैसा बना लेती है: विज्ञमती माताजी
ज्ञानी और महान आत्मा अपने साथ रहने वालों को भी अपने जैसा बना लेती है: विज्ञमती माताजी ग्वालियर व्रत साधना होता है,मनोरंजन का साधन नहीं होता। व्रत सद्गति देता है, उसका खंडन दुर्गतिकरता है। इसलिए व्रत पूरी श्रद्धा और शुद्धता से करना चाहिए। यह उद्गारआर्यिका विज्ञमती माताजी ने गुरुवारको चम्पाबाग धर्मशाला में व्यक्तकिए। उन्होंने कहा […]
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