स्वभाव से जीवन का उत्थान*श्रमण मुनि श्री विशल्यसागर जी मुनिराज*
*स्वभाव से जीवन का उत्थान*श्रमण मुनि श्री विशल्यसागर जी मुनिराज*रविन्द्र कीर्ति जी ने लिया मुनिश्री का आशीषझुमरीतिलैयाकुशल व्यवहार आपके जीवन का आईना है।इसका आप जितना अधिक इस्तेमाल करेंगे आपकी चमक उतनी ही बढ़ जायेगी।चाहते हैं चमत्कार,तो अपने व्यवहार को ठीक करें,अच्छा और विन्रम व्यवहार ही आपको संसार में देगी नही पहचान,सबको प्रेम और सम्मान दीजिए […]
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