सम्यक दृष्टि ओजस्वी, तेजस्वी, विद्यावंत, वीर्यवान, यश, कीर्ति से संपन्न होते हैं। कनकनदी

सम्यक दृष्टि ओजस्वी, तेजस्वी, विद्यावंत, वीर्यवान, यश, कीर्ति से संपन्न होते हैं। कनकनदी योगेंद्रगिरी सागवाड़ा सिद्धांत चक्रवर्ती आचार्य कनक नंदी गुरुदेव ने योगेंद्र गिरी क्षेत्र से अंतरराष्ट्रीय वेबीनार में बताया की सम्यक दृष्टि ओजस्वी, तेजस्वी, विद्यावंत, वीर्यवान, यश, कीर्ति से संपन्न होते हैं। वह महाकुल में जन्म लेकर महा तिलक बनते हैं। सम्यक दृष्टि किसी […]

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