श्रमण सूर्य अपनी आभा फैलाकर अस्त हुआ – आचार्य अतिवीर मुनिराज
अध्यात्म सरोवर के राजहंस, श्रमण परम्परा के महासूर्य, संत शिरोमणि परम पूज्य आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज का समतापूर्वक समाधिमरण व्यवहारिक दृष्टि से तो कष्टपूर्ण है परंतु निश्चयवाद से उत्सव का क्षण है। मोक्ष की अविरल यात्रा पर बढ़ते हुए पूज्य आचार्य श्री ने आज एक पड़ाव और पार कर लिया। गृहस्थ अवस्था से […]
Continue Reading