● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय●

● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 08 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 08ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेवप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर पुग्गल-कम्मादीणंकत्ता ववहारदो दु णिच्छयदो।चेदण-कम्माणादासुद्ध-णया सुद्ध-भावाणं।।8।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ Full playlist द्रव्यसंग्रह | आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव | गाथा 01-58 | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | व्याकरणिक विश्लेषण | व्याख्या नए सदस्यों […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 07 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 07ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेवप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर वण्ण रस पंच गंधादो फासा अट्ठ णिच्छया जीवे।णो संति अमुत्ति तदोववहारा मुत्ति बंधादो।।7।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ Full playlist द्रव्यसंग्रह | आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव | गाथा 01-58 | शुद्ध पाठ | […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 06 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 06ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेवप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर अट्ठ चदु णाण दंसणसामण्णं जीव-लक्खणं भणियं।ववहारा सुद्धणयासुद्धं पुण दंसणं णाणं।।6।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ Full playlist द्रव्यसंग्रह | आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव | गाथा 01-58 | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | व्याकरणिक […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 05 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 05ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेवप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर णाणं अट्ठ-वियप्पंमदि-सुदि-ओही अणाण-णाणाणि।मणपज्जय-केवलमविपच्चक्ख-परोक्ख-भेयं च।।5।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ Full playlist द्रव्यसंग्रह | आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव | गाथा 01-58 | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | व्याकरणिक विश्लेषण | व्याख्या नए सदस्यों के […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 04 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 04ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेवप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर उवओगो दुवियप्पोदंसण-णाणं च दंसणं चदुधा।चक्खु अचक्खू ओहीदंसणमध केवलं णेयं।।4।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ Full playlist द्रव्यसंग्रह | आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव | गाथा 01-58 | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | व्याकरणिक विश्लेषण […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 03 : : द्रव्यसंग्रह गाथा 03ग्रंथकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेवप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर तिक्काले चदुपाणाइंदिय-बलमाउ-आणपाणो य।ववहारा सो जीवोणिच्छयणयदो दु चेदणा जस्स।।3।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ Full playlist द्रव्यसंग्रह | आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव | गाथा 01-58 | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | व्याकरणिक विश्लेषण | […]

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🟣🟣 श्री गोम्मटेश स्तुति 🟣🟣 शुद्ध पाठ और उच्चारण सीखने के लिए click कीजिए विसट्ट-कंदोट्ट-दलाणुयारं,सुलोयणं चंद-समाण-तुण्डं।घोणा जियं चम्पय-पुप्फ-सोहं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।1।। अच्छाय-सच्छं जलकंत-गण्डं,आबाहु-दोलंत-सुकण्ण-पासं।गइंद-सुण्डुज्जल-बाहुदण्डं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।2।। सुकण्ठ-सोहा जिय-दिव्व-संखं,हिमालयुद्दाम-विसाल-कंधं।सुपेक्खणिज्जायल-सुट्ठु-मज्झं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।3।। विंज्झायलग्गे पविभासमाणं,सिहामणिं सव्व-सुचेदियाणं।तिलोय-संतोसय-पुण्ण-चंदं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।4।। लया-समक्कंत-महासरीरं,भव्वावली-लध्द-सुकप्परुक्खं।देविंद-विंदच्चिय-पाय-पोम्मं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।5।। दियंबरो जो ण च भीइ-जुत्तो,ण चांबरे सत्तमणो विसुद्धो।सप्पादि-जंतुप्फुसदो ण कंपो,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।6।। आसां […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Video 04 : : गोम्म्टेश स्तुति : : छंद 07 – 08स्तुतिकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धांत चक्रवर्तीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर आसां ण जो पोक्खदि सच्छदिट्ठी,सोक्खे ण वंछा हय-दोस-मूलं।विराय-भावं भरहे विसल्लं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।7।। उपाहि-मुत्तं धण-धाम-वज्जियं,सुसम्म-जुत्तं मय-मोह-हारयं।वस्सेय-पज्जंतमुववास-जुत्तं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।8।। भगवान गोम्म्टेश्वर बाहुबली की विश्व प्रसिद्ध स्तुति का पहली बार एक […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Video 03 : : गोम्म्टेश स्तुति : : छंद 05 – 06स्तुतिकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धांत चक्रवर्तीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर लया-समक्कंत-महासरीरं,भव्वावली-लध्द-सुकप्परुक्खं।देविंद-विंदच्चिय-पाय-पोम्मं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।5।। दियंबरो जो ण च भीइ-जुत्तो,ण चांबरे सत्तमणो विसुद्धो।सप्पादि-जंतुप्फुसदो ण कंपो,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।6।। भगवान गोम्म्टेश्वर बाहुबली की विश्व प्रसिद्ध स्तुति का पहली बार एक एक शब्द […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Video 02 : : गोम्म्टेश स्तुति : : छंद 03 – 04स्तुतिकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धांत चक्रवर्तीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर सुकण्ठ-सोहा जिय-दिव्व-संखं,हिमालयुद्दाम-विसाल-कंधं।सुपेक्खणिज्जायल-सुट्ठु-मज्झं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।3।। विंज्झायलग्गे पविभासमाणं,सिहामणिं सव्व-सुचेदियाणं।तिलोय-संतोसय-पुण्ण-चंदं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।4।। भगवान गोम्म्टेश्वर बाहुबली की विश्व प्रसिद्ध स्तुति का पहली बार एक एक शब्द से अर्थ को समझने के लिए […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Video 01 : : गोम्म्टेश स्तुति : : छंद 01 – 02स्तुतिकार- आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धांत चक्रवर्तीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर विसट्ट-कंदोट्ट-दलाणुयारं,सुलोयणं चंद-समाण-तुण्डं।घोणा जियं चम्पय-पुप्फ-सोहं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।1।। अच्छाय-सच्छं जलकंत-गण्डं,आबाहु-दोलंत-सुकण्ण-पासं।गइंद-सुण्डुज्जल-बाहुदण्डं,तं गोम्मटेसं पणमामि णिच्चं।।2।। भगवान गोम्म्टेश्वर बाहुबली की विश्व प्रसिद्ध स्तुति का पहली बार एक एक शब्द से अर्थ को समझने के […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 39 : : तत्त्वसार गाथा 01 – 74ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर तत्त्वसार | गाथा 01 से 74 तक | शुद्ध उच्चारण | सस्वर पाठ | दैनिक आम्नाय स्वाध्याय | प्रतिदिन सुनिए और याद कीजिए…➡️ प्राकृत जैनागम ग्रंथ पाठ | आम्नाय स्वाध्याय | शुद्ध पाठ | […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 38 : : तत्त्वसार : अंतिम गाथा 74ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर सोऊण तच्चसारंरइयं मुणिणाह-देवसेणेण।जो सद्दिट्ठी भावइसो पावइ सासयं सोक्खं।।74।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ तत्त्वसार | आचार्य देवसेन स्वामी | द्रव्यानुयोग | गाथा 01-74 | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | व्याकरणिक […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 37 : : तत्त्वसार गाथा 72 – 73ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर असरीरा जीव-घणाचरम-सरीरा हवंति किंचूणा।जम्मण-मरण-विमुक्काणमामि सव्वे पुणो सिद्धा।।72।। जं अल्लीणा जीवातरंति संसार-सायरं विसमं।तं भव्व-जीव-सरणंणंदउ सग-पर-गयं तच्चं।।73।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ तत्त्वसार | आचार्य देवसेन स्वामी | द्रव्यानुयोग | गाथा 01-74 […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 36 : : तत्त्वसार गाथा 70 – 71ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर धम्माभावे परदोगमणं णत्थि त्ति तस्स सिद्धस्स।अच्छइ अणंत-कालंलोयग्ग-णिवासिओ होउ।।70।। संते वि धम्म-दव्वेअहो ण गच्छेइ तह य तिरियं वा।उड्ढ-गमण-सहाओमुक्को जीवो हवे जम्हा।।71।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ https://youtu.be/0yAm7jrwbQ4 तत्त्वसार | आचार्य देवसेन […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 35 : : तत्त्वसार गाथा 68 – 69ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर गमणागमण-विहीणोफंदण-चलणेहि विरहिओ सिद्धो।अव्वाबाह-सुहत्थोपरमट्ठ-गुणेहिं संजुत्तो।।68।। लोयालोयं सव्वंजाणइ पेच्छइ करण-कम-रहियं।मुत्तामुत्ते दव्वेअणंत-पज्जाय-गुण-कलिए।।69।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ तत्त्वसार | आचार्य देवसेन स्वामी | द्रव्यानुयोग | गाथा 01-74 | शुद्ध पाठ | शब्दार्थ | […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 34 : : तत्त्वसार गाथा 66 – 67ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर घाइ-चउक्के णट्ठेउप्पज्जइ विमल-केवलं णाणं।लोयालोय-पयासंकालत्तय-जाणगं परमं।।66।। तिहुवण-पुज्जो होउंखविउ सेसाणि कम्म-जालाणि।जायइ अभूदपुव्वोलोयग्ग-णिवासिओ सिद्धो।।67।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ तत्त्वसार | आचार्य देवसेन स्वामी | द्रव्यानुयोग | गाथा 01-74 | शुद्ध पाठ | […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 33 : : तत्त्वसार गाथा 64 – 65ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर ण मरइ तावेत्थ मणोजाम ण मोहो खयं गओ सव्वो।खीयंति खीण-मोहेसेसाणि य घाइ-कम्माणि।।64।। णिहए राए सेण्णंणासइ सयमेव गलिय-माहप्पं।तह णिहय-मोह-राएगलंति णिस्सेस-घाईणि।।65।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ https://youtu.be/WOsmbABYz6M तत्त्वसार | आचार्य देवसेन स्वामी […]

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● प्राकृत जैनागम मूलग्रन्थ स्वाध्याय● Day 32 : : तत्त्वसार गाथा 62 – 63ग्रंथकार- आचार्य देवसेन स्वामीप्रस्तुति- डॉ. पुलक गोयल, जबलपुर अप्प-सहावे थक्कोजोई ण मुणेइ आगए विसए।जाणइ णिय-अप्पाणंपिच्छइ तं चेव सुविसुद्धं।।62।। ण रमइ विसएसु मणोजोइस्सुवलद्ध-सुद्ध-तच्चस्स।एकीहवइ णिरासोमरइ पुणो झाण-सत्थेण।।63।। Video के द्वारा अर्थ समझने के लिए click करें➡️ तत्त्वसार | आचार्य देवसेन स्वामी | द्रव्यानुयोग | […]

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★ तत्त्वसार (आ. देवसेन स्वामी) ★ Question Bank 06 : गाथा 50 से 61 तक की प्रश्नोत्तरी के लिए click कीजिए➡️ https://forms.gle/Uk24XNUtTRcbihdr7 Question Bank 01 :https://forms.gle/Mx7eMmQanBNBKqJw9Question Bank 02 :https://forms.gle/H5gfRxBcK9Uk23qB9Question Bank 03 :https://forms.gle/6k45P9CrCDQ4uQgm8Question Bank 04 :https://forms.gle/91EixaBE3PobdmBq6Question Bank 05 :https://forms.gle/YqLnXVQX5jXVX37p9 Prakrit App को download जरूर कीजिए… ⬇️ https://play.google.com/store/apps/details?id=jain.prakrit

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